ज्यादातर खांसी के मामले वायरल संक्रमण के कारण होते हैं। बदलते मौसम के कारण , शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण, पहले सर्दी जुखाम और फिर खांसी हो जाती है। खांसी वायु मार्ग को बलगम और धूल से हुई असहजता को साफ करने के लिए एक प्रतिबिंब गतिविधि है। यह बहुत ही कम मामलों में गंभीर होती है।  जो खांसी कई हफ्तों तक बनी रहती है, जिसमें बलगम के साथ खून आ जाता है, वह खूनी खांसी बन जाती है

जब गले या वायु मार्ग में जलन होती है तो शरीर का जवाब देने का तरीका खांसी है यह चिड़चिड़ी नसों को उत्तेजित करती है जो मस्तिष्क को संदेश भेजती हैं। मस्तिष्क सीने और पेट की मांसपेशियों को फेफड़ों से हवा को बाहर निकालने के लिए कहता है ताकि जलन पैदा ना हो।

खांसी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है

(1) सूखी खांसी

(2) बलगम वाली खांसी

(1) सूखी खांसी- खांसते समय इसमें छाती में से आवाज आती है।  इसमें छाती में दर्द महसूस होता है।  सूखी खांसी में अक्सर रात में नींद नहीं आती।  खांसी इतनी अधिक होती है कि बार-बार नींद टूट जाती है। खांसी के कारण सीने में दर्द ,गले में इरिटेशन होने लगती है। सूखी खांसी में कोई (गाढ़ा बलगम) नहीं निकलता है।

(2) बलगम वाली खांसी- इसमें वायु मार्ग में कफ जमा हो जाता है खांसी के साथ गाढ़ा बलगम भी निकलता है।

खांसी के कारण-

ज्यादातर खांसी के मामले वायरल संक्रमण के कारण होते हैं और आमतौर पर दवाई लेने से ठीक हो जाते हैं

संक्रमण के कारण ऊपरी स्वसन संक्रमित हो जाता है जो गले या साइनस को प्रभावित करता है जैसे- सामान्य सर्दी, फ्लू  या काली खांसी।

संक्रमण के कारण श्वसन पथ संक्रमित हो जाते है जो फेफड़ों या निचले वायु मार्ग को प्रभावित करता है जैसे निमोनिया बुखार। खांसी से पीड़ित होने वाले अधिकांश लोगों में एक वायरस के कारण स्वसन पथ का संक्रमण होता है।

खांसी को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय-

यदि आपको बहुत ज्यादा सुखी खांसी हो तो आप शहद और पीपल की गांठ को मिलाकर सेवन करें।

अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटे।

काली मिर्च, लौंग तथा अदरक का काढा बनाकर पियें।  खासी में बहुत लाभदायक होता है।

खांसी में ठंडी चीजों तथा ठंडे पानी को पीने से बचें , इससे खांसी में बहुत राहत मिलेगी।

एक चम्मच अदरक के रस में एक चम्मच शहद, आधा चम्मच मुलेठी का चूर्ण मिलाकर रात में सोने से पहले सेवन करें। इनमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं, जो गले की खराश वह सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी जैसी समस्याओं को कुछ ही दिनों में ठीक कर सकती है। यह सभी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाते हैं।

खांसी के लिए दवाई-

खांसी का 1 हफ्ते से ज्यादा बने रहना या लगातार खांसी रहना चिंता का कारण हो सकता है। खांसी जो वायरल संक्रमण के कारण होती है यह आम तौर पर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली के वायरस से लड़ने के बाद ठीक हो जाती है। परन्तु यदि आपको खांसी काफी लम्बे समय तक बनी रहे तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए , क्योंकि कभी कभी खांसी कुछ बड़ी बीमारियों का कारण भी हो सकती है जैसे क्षय रोग।

यदि घरेलु उपायों से आपकी खांसी ठीक नहीं हो रही हो तब आप डॉक्टर की सलाह से आयुर्वेदिक या एलोपैथी  दवाई का सेवन कर सकते हैं।

 

Tags:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *