मोटापा क्यों होता है?

हर कोई अच्छा, सुंदर और स्मार्ट दिखना चाहता है और मोटापा कम करने का आसान उपाय ढूंढ़ता है। हमें अच्छा दिखने के लिए बहुत सी चीज़ो पर काम करना पड़ता है। भौतिक संरचना उसमें मुख्य है। लड़की हो या लड़का, हर कोई स्लिम और फिट दिखना चाहता है। मोटापा मुख्य रूप से हमारे चयापचय स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। मोटे होने के कई कारण होते हैं, जैसे अनुवांशिकी, खराब जीवनशैली, सोने की आदतें, खान-पान, शराब, धूम्रपान और भी बहुत कुछ। आज हम मोटापा कम करने का आसान उपाय के बारे में बात करेंगे। मोटापा एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में बहुत अधिक वसा जमा हो जाता है। यह तब होता है जब कोई व्यक्ति अत्यधिक भोजन का सेवन करता है और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां कम करता है।
सबसे पहले जो मोटापा कम करना चाहते हैं या फिट रहना चाहते हैं, जीवनशैली में बदलाव करें।
अपने आहार से जंक फ़ूड और अतिरिक्त चीनी को बिलकुल हटा दें।
स्वस्थ जीवन शैली जीने की कोशिश करें। रोजाना व्यायाम करें, अगर आप व्यायाम नहीं कर सकते हैं तो रोजाना कम से कम 1 घंटे की सैर जरूर करें। स्वस्थ नींद लें। अपने आहार में अधिक से अधिक फलों और सब्जियों का प्रयोग करें। खूब पानी पिएं और गर्म या सामान्य तापमान का पानी पीने की कोशिश करें, ठंडे पानी को ना कहें। अगर आप ज्यादा सादा पानी नहीं ले सकते हैं तो आप ऐसे फल और सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं जिनमें भरपूर पानी हो जैसे खीरा, तरबूज, नारियल पानी, ताजा जूस ले सकते हैं। डिटॉक्स वाटर बनाएं और इसे पीएं, यह अवांछित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करेगा।

यदि कोई ऐसी स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है, तो न केवल फिट शरीर प्राप्त होगा, बल्कि उसकी  त्वचा चमकदार, स्वस्थ और सुंदर भी बनेगी। मोटापे से ग्रस्त लोगों को मधुमेह , अर्थराइटिस और हृदय रोग जैसे रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। मोटापा का प्रमुख कारण अत्याधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन और शारीरिक व्यायाम की कमी होता है। मोटापा अनुवांशिक मनोवैज्ञानिक कारको के कारण भी हो सकता है। मोटापे के कारण विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

मोटापे के मुख्य कारण इस प्रकार हैं

(1) अत्याधिक भोजन का सेवन – अधिक वसायुक्त खाद्य पदार्थों का अत्याधिक सेवन करना मोटापे का मुख्य कारण है। अधिक जंक फ़ूड के सेवन से धीरे धीरे हमारा पाचन तंत्र कमजोर पड़ने लगता है। पाचन तंत्र के ठीक से काम न करने की स्थिति में भोजन, फैट के रूप में हमारे शरीर में जमा होना शुरू हो जाता है जिससे हम मोटापे का शिकार बन जाते हैं।

(2) व्यायाम की कमी  शारीरिक गतिविधियों की कमी मोटापे के विकास का कारण है। हमारे शरीर को प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा में कैलोरी की आवश्यकता होती है। यदि हम उससे अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं और व्यायाम करके अतिरिक्त कैलोरी बर्न भी नहीं करते हैं तब ये कैलोरी हमारे शरीर पर चर्बी बढ़ाने का काम करती है

(3) अनुवांशिक  मोटापा अनुवांशिक भी हो सकता है। अगर माता – पिता में से किसी को यह समस्या है, तो काफी हद तक मुमकिन है, के बच्चे को भी इस समस्या से जूझना पडे।

(4) मनोवैज्ञानिक कारण  कुछ लोग जीवन में कठिन समय से गुजरते हैं, तो वह कुछ ज्यादा खाते हैं। शारीरिक गतिविधियां कम करते हैं। इन नकारात्मक प्रभावों के कारण वे मोटापे का शिकार बन जाते हैं!

(5) दवाईयां  गर्भनिरोधक गोली व अवसाद रोधी अन्य दवाओं के कारण भी वजन में वृद्धि हो सकती है। जिससे एक निश्चित समय बाद मोटापा हो सकता है!

मोटापे के प्रभाव  मोटापा किसी भी व्यक्ति के शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे निम्नलिखित बीमारियां हो सकती हैं।

(1) उच्च कोलेस्ट्रोल स्तर
(2) मधुमेह
(3) दमा
(4) बांझपन
(5) उच्च रक्तचाप
(6) कम नींद आना

मोटापा कम करने के आसान उपाय..

  • स्वस्थ भोजन करे व भोजन की मात्रा का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। फाइबर युक्त और पोषक आहार जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां ताजे फल और अनाज आदि को भोजन में शामिल करना चाहिए।
    1 दिन में तीन बार भारी मात्रा में भोजन करने की बजाये नियमित अंतराल में 5 से 6 बार थोड़ी थोड़ी मात्रा में भोजन लेना ज्यादा अच्छा माना जाता है. इससे खाना पचने में आसानी होती है और मोटापा बढ़ने का खतरा भी कम रहता है।
  • व्यायाम – मोटापे से बचने या कम करने के लिए नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम बहुत आवश्यक है। व्यायाम करने से हमारे शरीर से अनावश्यक कैलोरी ख़त्म होती है जिससे मोटापा नहीं बढ़ता है।
  • इसके अलावा बहुत अधिक दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए। मुख्यतौर पर महिलाओ को गर्भनिरोधक गोलियों का बहुत अधिक लम्बे समय तक सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भधारण से बचने के लिए वो कोई अन्य उपाय कर सकती हैं।

यदि एक बार वजन बढ़ जाये हो इसे कम करना काफी मुश्किल हो जाता है। परन्तु यदि स्वस्थ आहार लिया जाये और नियमित रूप से व्यायाम किया जाये तो बढे हुए वजन को कम किया जा सकता है।

आयुर्वेद में ऐसी बहुत सारी जड़ीबूटियां है जो वजन कम करने में काफी कारगर हैं। इनमे से कुछ इस प्रकार हैं –

(1) वृच आंवला  यह जड़ीबूटी मष्तिष्क में सेरोटोनिन की उपलब्धता को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे अधिक खाने की इच्छा कम होती है। वृच आँवला का मुख्य योगिक हाइड्रोक्साइड सिट्रिक, कोलेस्ट्रॉल और ट्रायग्लिसराइड को नियंत्रित करने में मदद करता है।

 (2) विलायती इमली  इसमें विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। पाचन शक्ति को बढ़ाने में विलायती इमली काफी मददगार है।

(3) आंवला  आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन मिनरल और न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो आंवले को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं आंवला शरीर के वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद करता है।

(4) जीरा  जीरा पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। अपने थाय- मॉल कंपाउंड और दूसरे महत्वपूर्ण ऑयल के चलते जीरा सैलिवरी  ग्लैंड्स को प्रोत्साहित करता है, जिससे पाचन सुधरता है। जीरे में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे कब्ज को दूर किया जाता है।

(5) सोंठ  सोंठ में  सोडियम,  आयरन,  कैल्शियम,  मैग्नीशियम,  फोलेट एसिड,  फैटी एसिड जैसे कई सारे गुण पाए जाते हैं। पित्त गैस अपच की परेशानी को दूर करने के लिए काफी उपयोगी है यह वजन को कम करने में काफी मददगार हैं।

(6) एलोवेरा  एलोवेरा में रेचक गुण होते हैं, यह वाटर रिटेंशन को कम करता है। यह मेटाबॉलिज्म को सही रखता है और शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है जो वजन को नियंत्रित करने में काफी मददगार है।

इसी प्रकार हरड़,  तुलसी,  नागरमोथा, बहेड़ा और कुंदरू आदि भी वजन नियंत्रित करने में काफी मददगार है। कुछ जड़ीबूटियां तो आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं परन्तु कुछ का मिलना मुश्किल भी होता है और हर किसी को जड़ीबूटियों की पहचान भी नहीं होती। यदि आप आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं तो शाही लैबोरेट्रीज का गो फैट क्योर रस एवं कैप्सूल आपके लिए एक बहुत अच्छा विकल्प है। यह मोटापा कम करने का आसान उपाय है। यह प्राकृतिक तरीके से आपका वजन कम करने में मदद करता है। आपके पाचन तंत्र को बेहतर करता है जिससे भोजन के पाचन में मदद मिलती है और भोजन फैट के रूप जमा नहीं होता है। यह हानिकारक पदार्थो को शरीर से बहार निकालकर उसे डिटॉक्स करता है। आपके शरीर पर विपरीत प्रभाव डाले बिना आपको सूंदर एवं सुडोल बनाने में मदद करता है।

 

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